जब अपने ही देशके प्रसिद्ध मंदिरो मे दर्शन के लिए सैन्य सुरक्षा की आवश्यकता बहुत कुछ कहती है पर हम इसकी अनदेखी पिछले 70 वर्षो से करते चले आ रहे है आखिर क्यो?
अभी तक देश मे रहे नेत्रत्व ने इन बिगड़ती हुई परिस्थितियो को समझा नही या समझने का प्रयास नही किया, महत्व नही दिया या फिर जानबूझकर इन सम्याओ को पाल कर रक्खा गया पर कारण कुछ भी हो आखिरकार निहत्थे हिन्दू या फिर सैनिक ही मरते है
अमरनाथ मे हुए आतंकी हमले का संज्ञान लेते हुए हमे ऐसा लगता है जैसे हिन्दुओ मे उनकी धर्मिक आस्था को तोड़ने नही कुचलने का प्रयास किया जा रहा है परन्तु इसको रोकने का प्रयास दिखावे के लिए जरूर किया जाता है
कड़ाई से न करने के पीछे राजनैतिक हरामखोरी ही दिखाई देती है क्योकि धर्मनिर्पेक्षता का अर्थ किसी भी धर्म के साथ बिना भेदभाव करते हुए मानवीय मूल्यो को सर्वोपरि रखकर समानता से कार्यवाही करना है परन्तु गुलाम भारत मे ऐसा सम्भव नही था पर आजाद भारत मे यह सभी सम्भव हो सकता था पर चाटुकारो ने ऐसा नही होनो दिया
भारत के खण्ड कर दिए हिस्सा पाए फिरभी चैनसे नही रहने देते आखिर क्या चाहते है पाक सीमा पर तनाव घुसपैठ तथा कश्मीर व उसके रास्ते आतंक को पूरे देश मे फैलाना इन गतिविधियो पर रोकथाम के लिए कोई कार्यवाही जाँच आदि की जाती है तो इन आतंकी गतिविधियो मे संलिप्त लोगो को संरक्षण देने वाले जयचन्द सेक्युलर का ठीकरा फोड़ते है
वास्तव मे भारत मे आतंकवाद वही दूसरी तरफ सेक्युलर के पुजारी कहूँ या मानवता के दुश्मन है
अभी तक देश मे रहे नेत्रत्व ने इन बिगड़ती हुई परिस्थितियो को समझा नही या समझने का प्रयास नही किया, महत्व नही दिया या फिर जानबूझकर इन सम्याओ को पाल कर रक्खा गया पर कारण कुछ भी हो आखिरकार निहत्थे हिन्दू या फिर सैनिक ही मरते है
अमरनाथ मे हुए आतंकी हमले का संज्ञान लेते हुए हमे ऐसा लगता है जैसे हिन्दुओ मे उनकी धर्मिक आस्था को तोड़ने नही कुचलने का प्रयास किया जा रहा है परन्तु इसको रोकने का प्रयास दिखावे के लिए जरूर किया जाता है
कड़ाई से न करने के पीछे राजनैतिक हरामखोरी ही दिखाई देती है क्योकि धर्मनिर्पेक्षता का अर्थ किसी भी धर्म के साथ बिना भेदभाव करते हुए मानवीय मूल्यो को सर्वोपरि रखकर समानता से कार्यवाही करना है परन्तु गुलाम भारत मे ऐसा सम्भव नही था पर आजाद भारत मे यह सभी सम्भव हो सकता था पर चाटुकारो ने ऐसा नही होनो दिया
भारत के खण्ड कर दिए हिस्सा पाए फिरभी चैनसे नही रहने देते आखिर क्या चाहते है पाक सीमा पर तनाव घुसपैठ तथा कश्मीर व उसके रास्ते आतंक को पूरे देश मे फैलाना इन गतिविधियो पर रोकथाम के लिए कोई कार्यवाही जाँच आदि की जाती है तो इन आतंकी गतिविधियो मे संलिप्त लोगो को संरक्षण देने वाले जयचन्द सेक्युलर का ठीकरा फोड़ते है
वास्तव मे भारत मे आतंकवाद वही दूसरी तरफ सेक्युलर के पुजारी कहूँ या मानवता के दुश्मन है
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