अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को भारत का राष्ट्र पिता कह कर जो सम्मान दिया वह निश्चित ही सराहनीय है ऐसे समय पर, जहाँ विश्व मे भारत का डण्का बज रहा है हर भारतीय को गर्व की अनुभूति हो रही है वही देश कुछ विपक्षी इस पर ऐसी बयान बाजी कर रहे है जैसे वह इससे बहोत दुखी है और हताहत भी।
जिसकी कार्य शैली मे देश के सभी को ले कर चलने का पौरुष है जो सवाव सौ करोण जनता के हितो के लिए काम करता है जिसका नारा ही सबका साथ और सबका विश्वास है अर्थात भारत के लिए पिता तुल्य कार्य करना स्वतः भारत के राष्ट्र पिता होने को प्रमाणित करता है। ऐसे मे यदि अमरीका या कोई और देश के प्रमुख द्वारा मोदी जी को भारत देश के पिता की उपाधि सत्य और सटीक है।इसमे कुछ भी असामान्य नही है।जो पिता का कर्तव्य निभाएगा वही पिता कहलायेगा।
भारत को जो जोडने के लिए, विश्व मे सम्मान दिलाने के लिए, देश की सुरक्षा और सैन्य क्षमता सुद्रण करने के लिए, भ्रष्टाचार को शीर्ष स्तर पर बिना किसी दबाव के मिटाने के लिए, गरीबो को उनके (जीने, रहने, स्वास्थ्य सेवाओ) अधिकार को बिना किसी भेद भाव दिलाने के लिए प्रतिदिन बिना रुके जनता की प्रधान सेवक के रुप मे पूर्ण सेवा भाव से कार्य कर रहा है जिसने देश के लिए घर छोडा, परिवार छोडा, अर्थात नरेन्द्र मोदी जी भारत के राष्ट्र पिता हुए । जबकि ऐसा व्यक्ति कैसे हो सकता है राष्ट्र पिता ? जो धर्म के आधार पर राष्ट्र के विभाज पर सहायक हुआ हो? जिसके कारण देश की एकता और अखण्डता पर आघात पहुचा हो?
जिसकी कार्य शैली मे देश के सभी को ले कर चलने का पौरुष है जो सवाव सौ करोण जनता के हितो के लिए काम करता है जिसका नारा ही सबका साथ और सबका विश्वास है अर्थात भारत के लिए पिता तुल्य कार्य करना स्वतः भारत के राष्ट्र पिता होने को प्रमाणित करता है। ऐसे मे यदि अमरीका या कोई और देश के प्रमुख द्वारा मोदी जी को भारत देश के पिता की उपाधि सत्य और सटीक है।इसमे कुछ भी असामान्य नही है।जो पिता का कर्तव्य निभाएगा वही पिता कहलायेगा।
भारत को जो जोडने के लिए, विश्व मे सम्मान दिलाने के लिए, देश की सुरक्षा और सैन्य क्षमता सुद्रण करने के लिए, भ्रष्टाचार को शीर्ष स्तर पर बिना किसी दबाव के मिटाने के लिए, गरीबो को उनके (जीने, रहने, स्वास्थ्य सेवाओ) अधिकार को बिना किसी भेद भाव दिलाने के लिए प्रतिदिन बिना रुके जनता की प्रधान सेवक के रुप मे पूर्ण सेवा भाव से कार्य कर रहा है जिसने देश के लिए घर छोडा, परिवार छोडा, अर्थात नरेन्द्र मोदी जी भारत के राष्ट्र पिता हुए । जबकि ऐसा व्यक्ति कैसे हो सकता है राष्ट्र पिता ? जो धर्म के आधार पर राष्ट्र के विभाज पर सहायक हुआ हो? जिसके कारण देश की एकता और अखण्डता पर आघात पहुचा हो?
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